Minimum support price 2023-24: मानसून की अनिश्चितता के बीच केंद्र सरकार ने देश के करोड़ों किसानों को बड़ी राहत देते हुए धान एवं मूंग समेत 31 खरीफ की विभिन्न फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि कर दी है। यह वृद्धि वर्ष 2023-24 के लिए प्रभावी होगी। कैबिनेट की बैठक के बाद बुधवार को मीडिया से बात करते हुए खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि कृषि की बढ़ती लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर हम एमएसपी तय करते रहे हैं।
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24 हुआ घोषित
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24: इस बार खरीफ फसलों के एमएसपी में की गई वृद्धि पिछले कुछ वर्षों की तुलना में सबसे अधिक है। केंद्रीय मंत्री ने कृषि कार्य की बढ़ती मुश्किलों को देखते हुए केंद्र सरकार के इस फैसले को किसानों के हित में बड़ा फैसला बताया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों को नई फसलों के लिए अच्छे दाम मिल सकेंगे और महंगाई को भी नियंत्रित किया जा सकेगा। केंद्र सरकार ने धान की दोनों वेरायटियों के एमएसपी में 143 रुपये की वृद्धि की है। इससे उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बंगाल एवं असम जैसे धान उत्पादक राज्यों के किसानों को फायदा होगा।

MSP 2023-24: 2023 को मिलेट वर्ष के रूप में घोषित किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में मोटे अनाजों को प्रोत्साहित करने के लिए बड़ी पहल की है। पहली बार इनके समर्थन मूल्य में भी 210 रुपये से 235 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। केंद्र के इस फैसले से कर्नाटक, हरियाणा, महाराष्ट्र एवं उत्तर प्रदेश को सबसे अधिक लाभ होगा। बिहार, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना एवं आंध्र समेत के किसानों को राहत देते हुए मक्का के एमएसपी 1962 से बढ़ाकर 2090 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।