गेहूं का समर्थन मूल्य: ये दीवाली सभी किसानों के लिए बहुत खुशहाली भरी होने वाली हैं, इस दीवाली पर मोदी सरकार सभी रबी फसलों पर बढ़ाएगी (एमएसपी)। यह सरकार की तरफ से किसानों के लिए बहुत बड़ा तोहफा माना जा रहा है।सरकार गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 150rs से बढ़ाकर 175rs प्रति क्विंटल कर सकती है। MSP में वृद्धि होने के कारण उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश और बिहार के किसानों को काफी लाभ मिलेगा , यह वही राज्य है जहां गेहूं की खेती ज्यादा मात्रा मेंकी जाती है।
गेहूं के समर्थन मूल्य में की गई बढ़ोतरी ( Wheat MSP Increase )
न्यूनतम समर्थन मूल्य 2023-24: सूरजमुखी और सरसो की एमएसपी भी 7% तक बढ़ाई जाएगी, आने वाले सप्ताह में केंद्र सरकार रबी, दलहन और तिलहन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) में वृद्धि की अनुमति दे सकती है। एमएसपी बढ़ाने का फैसला मार्केटिंग सीजन के लिए लिया जाएगा।किसानों द्वारा उगाई गई फसलों की कीमत भारत सरकार निश्चित करती है। जब किसान फसल कटने के बाद बाजार में बेचता है ,तब सरकार द्वारा मूल कीमत किसान को दे दी जाती है।यह एमएसपी सरकार की तरफ से किसानों को दी जाने वाली एक आर्थिक गारंटी है, जिससे उन्हें फसल उगाने से पूर्व ही उसके मूल्य का अंदाजा हो जाता है।
गेहूं का समर्थन मूल्य 2023 ( Wheat MSP 2023 )
Minimum support price: भारत सरकार खेती के आंकडे और मूल्य कमीशन की सिफारिश पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पक्का करती है। एमएसपी में बड़ोतरी के लिए 23 फसलो को शामिल किया गया हैं, जिनमें 7 अनाज, 7 तिलहन, 5 दालें और 4 नकदी फसलें शामिल हैं। रबी की फसलें अक्टूबर और दिसंबर के उगाई जाती हैं, बल्कि इनकी कटाई फरवरी, मार्च और अप्रैल में होती है।
MSP of wheat: गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 3 से 10 फीसदी की बढ़ोतरी पर विचार कर रही है केंद्र सरकार। गेहूं का एमएसपी अभी 2,125 rs प्रति क्विंटल है पर सरकार इसमे वृद्धि करती है तो यह 2,300rs प्रति क्विंटल तक जा सकता है। मसूर दाल का न्यूनतम समर्थन मूल्य(MSP) भी 10 फीसदी बढ़ा सकती है सरकार।