Wheather Update Today: पश्चिमी मध्यप्रदेश और दक्षिणी राजस्थान में बीते एक से दो सप्ताह से पश्चिमी विक्षोभ के कारण कई हिस्सों में भयंकर आधी तूफान और बारिश हो रही है। मौसम विभाग द्वारा कई बार राजस्थान और मध्यप्रदेश के ईन हिस्सों में अलर्ट भी जारी किया गया है। बीते 48 घंटों में राजस्थान के बूंदी, कोटा, जोधपुर, अलवर सहित आसपास के क्षेत्रों एवं मध्यप्रदेश के मंदसौर, नीमच, रतलाम सहित आसपास के अन्य क्षेत्रों में आँधी तूफान के साथ बारिश हुयी है।
20 से 25 जून तक मध्यप्रदेश और राजस्थान में दस्तक देगा मॉनसून
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मॉनसून भारतीय सीमा में एंट्री कर चुका है और लक्षद्वीप और अरब सागर से होते हुए देश मे प्रवेश करेगा। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार 5 जून को भारत में सबसे पहले केरल राज्य में मॉनसून दस्तक देगा। मध्य प्रदेश और राजस्थान तक इसी माह के 20 से 25 जून तक मॉनसून दस्तक देगा। बीते वर्ष के मुकाबले इस साल मॉनसून के बादल थोड़ा लेट चल रहे हैं।
इस सीजन होगी इतनी वर्षा
मौसम विभाग के अनुसार मौजूदा सीजन में सामान्य बारिश होगी, यानी कि ना बाढ़ की स्थिति बनेगी ना ही सूखा पड़ेगा। इस सीजन मे बारिश किसानों का साथ देगी। सम्पूर्ण भारत में 5 जुलाई तक मॉनसून आ जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार सम्पूर्ण भारत में मॉनसून आगे पीछे होगा।
मॉनसून का निर्धारण की प्रक्रिया
मौसम विभाग के वैज्ञानिक मॉनसून का निर्धारण लक्षद्वीप, केरल एवं कर्नाटक के 8 स्टेशनों पर लगातार 2 दिनों के अन्तराल तक न्यूनतम 2.5mm बारिश होने पर मॉनसून माना जाता है। भारत में मॉनसून की शुरुआत दक्षिणी और से होती है। दक्षिण भारत में मॉनसून पहले आने की वज़ह से फ़सलों की बुवाई भी उत्तर भारत के मुकाबले जल्दी शुरू हो जाती है।