Maize Variety 2023: भारत में मानसून दस्तक दे चुका है और जल्द ही देशभर के सभी राज्यों में बारिश की बूंदे जमीन को गिला करने वाली है। किसान अपने खेतों को साफ कर एवं अन्य कार्यों को पूरा कर बारिश के इंतजार में बैठे हैं। किसानों ने बुवाई की पूरी तैयारियां कर ली है लेकिन किसान अपनी एक छोटी सी गलती के कारण नुकसान का सामना कर सकते हैं। किसान अपनी फसल की अच्छी पैदावार के लिए सुबह से लेकर शाम तक कड़ी मेहनत करता है लेकिन किसान फसल के बीज को तैयार करने एवं बीज का चयन करने में छोटी गलती कर देते हैं जिससे इसका सीधा असर फसल की पैदावार पर पड़ता है। इसलिए आज हम इस पोस्ट के माध्यम से किसानों के लिए एक जरूरी खबर लेकर आए हैं। अगर आप भी किसान हैं तो इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।
इस सीजन में मक्का की यह किस्में उगाएं किसान
मक्का की उन्नत किस्में 2023: किसान के पास चाहे कम जमीन हो या अधिक लेकिन वह कुछ ना कुछ मात्रा में अपने खेत पर मक्का की खेती अवश्य करता है। तो आज हम आपको मक्का की खेती करने वाले किसानों को एक ऐसी जानकारी देंगे जिससे आप मक्का की अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। हम आपको मक्का की ऐसी सर्वश्रेष्ठ किस्मों के बारे में बताएंगे, जिससे आप कम लागत में अच्छा मुनाफा हासिल कर सकते हैं। हमारे द्वारा बताई जाने वाली मक्का की किस्में भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित की गई है। किसानों की हर समस्या को ध्यान में रखते हुए यह किस्में तैयार की गई है जो किसानों को आसानी से दोगुना पैदावार दे सकती है। चलिए जानते हैं मक्का की सभी विभिन्न किस्में एवं उनकी विशेषताएं। गं
मक्का की IMH-224 किस्म देंगी आपको बंपर मुनाफा
IMH-224 variety 2023: भारतीय मक्का अनुसंधान द्वारा मुख्य रूप से मक्का की IMH-224 किस्म विकसित की गई है। इस किस्म की खोज वर्ष 2022 में ही कर दी गई थी। मक्का की यह किस्म बड़ी मात्रा में मक्का की खेती करने वाले किसानों को काफी पसंद आती है। इस किस्म की एक और खास बात यह है कि मक्का की IMH-224 वैरायटी के रोग प्रतिरोध क्षमता अधिक है एवं इसमें पोस्टेड तत्वों की भरमार भी है। मक्का की इस किस्म का उपयोग देश के उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार और उड़ीसा राज्य में अधिक किया जाता है और इन राज्यों के किसान इस किस्म की बुवाई आसानी से कर सकते हैं क्योंकि यह वहां के वातावरण के अनुकूलित विकसित की गई है।
IMH-224 variety: मक्का की IMH-224 किस्म की एक और खासियत यह है कि यह एक वर्षा आधारित किस्म है जो बारिश होने पर भी किसानों को अच्छी पैदावार दे सकती है और कम पानी मिलने पर भी यह अपनी क्षमता को बनाए रखती है। इस किस्म में किसानों को अधिक सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती है। अगर इस किस्म की क्षमता पर नजर डाली जाए तो मक्का की यह किस्म आपको करीब 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उत्पादन दे सकती है। इसकी फसल मात्र 80 से लेकर 90 दिनों के बीच तैयार हो जाती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने की वजह से इस किस्म पर आसानी से किसी भी बीमारी का असर नहीं पड़ता है।
मक्का की IQMH 203 किस्म बनाएंगी आपको मालामाल
मक्का की खेती: मक्का की खेती कर मालामाल बनने का विचार है तो आप मक्का की IQMH 203 किस्म का भी चयन कर सकते हैं। मक्का की यह किस्मत वर्ष 2021 में विकसित कर दी गई थी जिसके बाद यह तेजी से किसानों को काफी पसंद आ रही है। खास बात यह है कि IQMH 203 किस्म एक biofertified किस्म है। मक्का की यह किस्म देश के मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ के किसानों द्वारा अधिक उपयोग में ली जाती है। इन राज्यों के किसानों और वहां के वातावरण को ध्यान में रखते हुए ही इन किस्मों को विकसित किया गया है। मक्का की IQMH 203 किस्म भी किसानों को करीब 90 दिनों बाद पैदावार देने लगती है। किसान खरीफ सीजन में है इस किस्म की आसानी से खेती कर अच्छा मुनाफा भी हासिल कर सकते हैं। मक्का की IQMH 203 किस्म में प्रोटीन अधिक मात्रा में पाया जाता है जिसकी वजह से इस पर कोमल फफूंदी, चिलोपार्टेलस और फ्युजेरियम डंठल सड़न एवं अन्य बीमारियों का असर बहुत कम पड़ता है।
मक्का की PMH-1 LP किस्म की साखियत सुन हो जाओगे हैरान
PMH-1 LP maize Variety: मक्का की यह किस्म कीट और रोग रोधी किस्म है। इस किस्म को इस प्रकार से तैयार किया गया है कि मक्का की इस नस्ल पर चारकोल रोट और मेडिस लीफ ब्लाइट जैसी खतरनाक बिमारियों का भी असर नहीं पड़ता है। मक्का की यह किस्म भारत के पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के किसानों और वहां के पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई है। अगर इस किस्म की खेती की जाए तो किसानों को सिंचाई एवं मेहनत दोनों कम करनी पड़ेगी और इसका उत्पादन अधिक मिलेगा। मक्का की यह किस्म 95 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक उपज प्रदान कर सकती है।