DAP Urea Stock 2023: किसानों को फसल की अच्छी पैदावार के लिए सबसे जरुरी खाद की आवश्यकता होती है। फसल की बुवाई से पहले किसान खाद का भंडारण करने का मौका ढुंढता है क्योंकि सीजन के समय किसानों को खाद के लिए सुबह से लेकर शाम तक परेशान होना पड़ता है लेकिन फिर किसानों के हाथ खाली नहीं लग पाता है और खाद की कमी होने की वजह फसल की पैदावार पर भारी असर पड़ता है। फिलहाल देश के किसी भी राज्य में फसल बुवाई शुरू नहीं हुई है और अभी डीएपी और यूरिया खाद की बोरियां काफी सस्ते में मिल रही है। ऐसे में किसान आसानी से मौके का फायदा उठा सकते हैं और खाद का स्टॉक कर सकते हैं। चलिए जानते हैं कि किसान कैसे अपनी जरूरत का खाद खरीद सकता है।
डीएपी और यूरिया के भाव में आई गिरावट
डीएपी यूरिया भाव: डीएपी और यूरिया खाद के भाव अभी सस्ते हो गए हैं। डीएपी और यूरिया खाद के अशभाव में आई गिरावट के कारण किसान बड़ी मात्रा में खाद का स्टॉक कर रहे हैं और पहले से ही अपनी तैयारी पूरी कर रहे हैं। सीजन के समय आने वाली परेशानी को देख किसान बड़ी मात्रा में खाद बीज की दुकानों पर नजर आ रहे हैं। सरकार द्वारा वर्तमान में डीएपी और यूरिया के भाव घटाएं गए हैं और किसानों के पास यह शानदार मौका है कि वह बिना परेशानी के खाद खरीद सकते हैं और घर पर स्टॉक कर सकते हैं। हालांकि DAP Urea Rate में आई गिरावट के कारण खाद की सब्सिडी भी कम की जाएगी लेकिन किसानों को इससे ज्यादा नुकसान नहीं होगा।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद के भाव कमी से भारत में दिखा असर
DAP Urea price today: अंतर्राष्ट्रीय आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो कहा जा रहा है कि वैश्विक स्तर पर यूरिया के भाव में भारी गिरावट देखने को मिली है और यूरिया के भाव $400 प्रति टन से नीचे आने की संभावना जताई जा रही है। भारत की बात की जाए तो भारत में सालाना 80 से 90 मिलियन टन यूरिया का आयात किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूरिया की कीमतों में 58% और डीएपी की कीमतों में 36% गिरावट दर्ज की गई है। यूरिया के भाव $950 प्रति टन से गिरकर $400 प्रति टन पहुंच गए हैं। डीएपी की बात की जाए तो डीएपी की कीमत $1000 से गिरकर 640 डॉलर प्रति टन पर आ गई है। वैश्विक स्तर पर आई खाद की कीमतों में गिरावट से भारत में 20 का सीधा असर देखने को मिलेगा।
डीएपी यूरिया खाद का स्टॉक करने का किसानों के पास अच्छा मौका
डीएपी यूरिया भाव: मीडिया के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो वर्तमान में वैश्विक स्तर पर डीएपी और यूरिया की आपूर्ति हो रही है खाद की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। वैश्विक स्तर पर खाद की कीमतों में आई गिरावट के कारण भारत में डीएपी और यूरिया के भाव में गिरावट दर्ज की गई है किसानों के पास मौका है कि वह आने वाली फसल और सीजन के लिए अभी से घर पर डीएपी और यूरिया का स्टॉक कर सकते हैं। किसानों की बात मानी जाए तो कृषि क्षेत्र में सबसे अधिक यूरिया और उसके बाद डीएपी खाद की आवश्यकता होती है। किसानों का कार्य आसानी करने के लिए इफको ने नैनो डीएपी और नैनो यूरिया बनाया है।
नैनो डीएपी और नैनो यूरिया अधिक देगा फायदा
Nano DAP and Nano Urea Rate: इफको कंपनी द्वारा किसानों के कार्य को सरल बनाने एवं किसानों के पैसे बचाने के लिए हाल ही में नैनो डीएपी और नैनो यूरिया लॉन्च किया है जो सिर्फ एक 500 मिलीलीटर की बोतल है लेकिन इसका प्रभाव 50 किलो खाद के बराबर होता है। नैनो यूरिया और नैनो डीएपी आने से किसानों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी और अधिक परिश्रम भी नहीं करना पड़ेगा। हमारी वेबसाइट द्वारा किसानों को सिर्फ सही जानकारी प्रदान की जाती है और झूठी अफवाहों से किसानों को बचाया जाता है। किसान अपने फायदे की सटीक जानकारी एवं मंडियों से संबंधित समाचार जानने के लिए हमारा व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें ताकि रोजाना आपको खेती किसानी से संबंधित खबरें तुरंत मिलती रहे।